Mango Pickle: घर पर आसानी से आम का prickle बनाएं इन 5 खास तरीकों से। ये पारंपरिक और हेल्दी recipe न सिर्फ स्वाद बढ़ाएगी बल्कि लंबे समय तक टिकेगी भी।
आइए जानें कि आम का अचार इतना खास क्यों है, इसे कैसे बनाया जाता है, और लंबे समय तक कैसे स्टोर करें ताकि इसका स्वाद महीनों तक बना रहे। Mango Pickle
आम का अचार क्यों है खास?
आम का अचार सिर्फ एक साइड डिश नहीं है, यह भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है। दाल-चावल हो या पराठा, आम का अचार हर प्लेट को स्वादिष्ट बना देता है।
खासियतें:
- आम का अचार पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
- इसमें प्रयुक्त मसाले शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।
- सरसों का तेल इसमें प्राकृतिक प्रिज़रवेटिव का काम करता है।
- इसे लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है।
स्वाद में विविधता:
उत्तर भारत में खट्टा-तेज़ मसालेदार अचार प्रचलित है, वहीं दक्षिण भारत में मीठा और तीखा स्वाद देखने को मिलता है। हर राज्य की अपनी खास रेसिपी होती है।
पारंपरिक आम के अचार के लिए सामग्री (1 किलो के हिसाब से):
सामग्री | मात्रा |
---|---|
कच्चे आम | 1 किलो (काटे हुए) |
सरसों दाना (राई) | 100 ग्राम |
सौंफ | 50 ग्राम |
कलौंजी | 25 ग्राम |
हल्दी | 1 चम्मच |
लाल मिर्च पाउडर | 2 चम्मच |
नमक | स्वादानुसार |
सरसों का तेल | 250 मिली |
नोट: आप स्वाद के अनुसार हींग, मैथी दाना, या सिरका भी मिला सकते हैं। Mango Pickle
1. आम की तैयारी:
- सबसे पहले कच्चे आम को अच्छे से धो लें ताकि धूल-मिट्टी निकल जाए।
- इसे सुखा कर छोटे टुकड़ों में काट लें। बीज निकाल दें।
- कटे हुए आम के टुकड़ों को एक दिन के लिए धूप में सुखाएं ताकि इनमें से नमी निकल जाए।
2. मसालों की तैयारी:
- सौंफ, कलौंजी, राई को हल्का सा तवे पर भून लें। इससे इनका स्वाद और भी निखर जाता है।
- सभी मसालों को अच्छे से मिक्स करें। Mango Pickle
3. तेल गर्म करना:
- एक पैन में सरसों का तेल गर्म करें जब तक कि उसका कच्चापन खत्म हो जाए (स्मोकिंग पॉइंट तक लाएं)।
- ठंडा होने दें।
4. अचार मिलाना:
- एक साफ और सूखे बर्तन में आम के टुकड़े, भुने हुए मसाले, नमक और हल्दी डालें।
- अब इसमें ठंडा किया हुआ तेल डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
5. स्टोर करना:
- अचार को एक साफ और सूखे कांच के जार में भरें। Mango Pickle
- जार को 5-7 दिन तक रोज़ धूप में रखें और हर दिन हिलाते रहें ताकि मसाले बराबर मिलते रहें।
ध्यान दें: अचार पूरी तरह से तेल में डूबा होना चाहिए ताकि यह लंबे समय तक खराब न हो।
इंस्टेंट आम का अचार रेसिपी (फटाफट तैयार):
अगर आपके पास समय कम है और तुरंत अचार का स्वाद लेना चाहते हैं, तो यह रेसिपी परफेक्ट है।
सामग्री:
- कच्चा आम – 250 ग्राम (छोटे टुकड़ों में काटा हुआ)
- राई – 1 चम्मच
- कलौंजी – ½ चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर – 1 चम्मच
- हल्दी – ½ चम्मच
- नमक – स्वादानुसार
- सरसों का तेल – 2 चम्मच
विधि:
- तेल को पैन में गर्म करें।
- राई और कलौंजी डालें।
- अब कटे हुए आम डालें और मसाले मिलाएं।
- 10 मिनट तक मध्यम आंच पर पकाएं।
- ठंडा होने पर किसी जार में भर लें।
यह अचार 7–10 दिन तक आराम से चल सकता है।
लंबे समय तक टिकने वाला अचार कैसे बनाएं?
- धूप में सुखाना अनिवार्य है – आम की नमी निकालना बहुत जरूरी है।
- तेल की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिए – जिससे आम पूरी तरह डूब जाए।
- सिरका या हींग मिलाएं – यह अचार को फंगस से बचाता है। Mango Pickle
- जार हमेशा सूखा और साफ होना चाहिए – नमी अचार को जल्दी खराब कर देती है।
- अचार निकालने के लिए सूखा चम्मच ही इस्तेमाल करें – गीला चम्मच डालने से फंगस लग सकता है।
अचार में कौन सा तेल सबसे अच्छा होता है?
सरसों का तेल (Mustard Oil)
यह पारंपरिक रूप से सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला तेल है। इसके फायदे:
- इसमें एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।
- अचार को लंबे समय तक सुरक्षित रखता है।
- इसके तीखेपन से स्वाद में गहराई आती है।
वैकल्पिक तेल:
- मूंगफली का तेल (Peanut Oil)
- तिल का तेल (Sesame Oil)
हालांकि ये तेल हल्के होते हैं और जल्दी खराब हो सकते हैं। इसलिए पारंपरिक सरसों का तेल सबसे बेहतर माना जाता है। Mango Pickle
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कुछ ज़रूरी टिप्स और सावधानियां:
- हाथ और बर्तन पूरी तरह सूखे हों।
- अचार को कभी नमी वाली जगह पर न रखें।
- सप्ताह में एक बार जार को धूप में रखें।
- अचार निकालते समय सूखा चम्मच ही इस्तेमाल करें।
- अगर अचार में बदबू या फंगस दिखे, तो उसे तुरंत हटा दें।
स्वास्थ्य के लिए फायदे:
- आम के अचार में मौजूद राई, सौंफ, कलौंजी जैसे मसाले पाचन में सहायक होते हैं।
- सरसों का तेल शरीर में गर्मी बनाए रखता है।
- अचार खाने से भूख बढ़ती है और भोजन में रुचि आती है।
अचार और भारतीय संस्कृति:
आचार्य चरक की आयुर्वेद में भी अचार की चर्चा मिलती है। हर राज्य का अचार बनाने का तरीका अलग होता है – कहीं लाल मिर्च का इस्तेमाल ज्यादा होता है, तो कहीं गुड़ और सिरका का। लेकिन एक बात सभी जगह समान है – अचार को पूरे मन से और सावधानी से बनाया जाता है। Mango Pickle
यह परंपरा न केवल स्वाद को समृद्ध करती है, बल्कि हमारी विरासत को भी जोड़ कर रखती है।
निष्कर्ष:
Mango Pickle सिर्फ स्वाद नहीं है – यह यादें, परंपरा और पोषण का मेल है। अगर सही विधि और सावधानी से बनाया जाए, तो यह महीनों तक आपके खाने का ज़ायका बना सकता है। Mango Pickle
तो इस गर्मी, आम का अचार ज़रूर बनाएं और अपने घर में परंपरा का स्वाद लाएं!